किसी मसले का हल नफरत से नहीं बल्कि मोहब्बत से सुलझाया जा सकता है: मोहम्मद अशरफ किछौछवी

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किसी मसले का हल नफरत से नहीं बल्कि मोहब्बत से सुलझाया जा सकता है: मोहम्मद अशरफ किछौछवी

अशरफी जामा मस्जिद पर अहले बैत कान्फ्रेंस का हुआ आयोजन Nautanwa, MaharajGunj: December 16, 2021 कस्बे के परसोहिया अशरफी जामा मस्जिद पर 50 साल पूर

अशरफी जामा मस्जिद पर अहले बैत कान्फ्रेंस का हुआ आयोजन

Nautanwa, MaharajGunj: December 16, 2021

कस्बे के परसोहिया अशरफी जामा मस्जिद पर 50 साल पूर्ण होने पर मंगलवार की देर रात अहलेबैत कांफ्रेंस का आयोजन किया गया । कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया उलमा मशाइख बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष हजरत सैयद अशरफ किछौछवी ने कहा कि किसी मसले का हल नफरत से नहीं बल्कि मोहब्बत से सुलझाया जा सकता है। मोहब्बत से भाईचारा कायम होता है ना कि नफरत फैलाने से। एक दूसरे के लिए मोहब्बत है तो घर के साथ पूरा देश अमन चैन से रहेगा।
कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए हजरत अशरफ किछौछवी ने कहा कि कोई भी धर्म नफरत नहीं सिखाता। देश व दुनिया में आतंक फैलाने वाला सिर्फ आतंकी होता है वह इस्लाम को मानने वाला हो ही नहीं सकता। 

इस्लाम ने हमेशा दूसरों की मदद करना ही सिखाया है। उन्होंने कहा कि जुल्म करने वाले को उसका जवाब जुल्म से नहीं बल्कि मोहब्बत से पेश आ कर दो निश्चित ही वह मोहब्बत की राह पर चलने लगेगा। मुफ्ती सदरुलवरा ने कांफ्रेंस में मौजूद बड़ी संख्या में समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहां की बच्चों एवं बच्चियों को इंग्लिश मीडियम की शिक्षा देना गलत नहीं है । लेकिन दीन की तालीम भी दिलाना बहुत हरूरी है।  बच्चे दुनियावी माहौल को इस कदर अपना चुके हैं की दीनी मालूमात उनके अंदर कम होती जा रही है। जिसका खामियाजा हमारे और आपके बीच में ही आना है। उन्होंने लोगों को सचेत करते हुए कहा कि अभी भी समय है शिक्षा के प्रति लोगों का ज़हन केंद्रित किया जाए। कान्फ्रेंस को मौलाना मकबूल सालिक मिस्बाही मौलाना बरकत मिस्बाही, मौलाना आताये रसूल, मौलाना जुल्फेकार, मौलाना मोहिउद्दीन मिस्बाही ने भी कई मुद्दों पर विस्तार से गुफ्तगू किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मनसूर अली कुरेशी , साहैबे आलम, नियाज अहमद , विक्की, मास्टर शमीम अशरफी, भोला कुरैशी, रियाजुद्दीन कुरेशी,अतीक अंसारी, वसीम सिद्दीकी, महबूब आलम, सैयद अफजाल अहमद, सैयद वहाज अहमद,शमशाद खान, शमशेर क़ुरैशी सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग मौजूद रहे।

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