इतिहास भूलने वालों का वर्तमान में कोई हिस्सा नहीं: सय्यद मोहम्मद अशरफ

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इतिहास भूलने वालों का वर्तमान में कोई हिस्सा नहीं: सय्यद मोहम्मद अशरफ

17 जनवरी 2023 मंगलवार नई दिल्ली, ऑल इण्डिया उलमा व मशाईख बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम वर्ल्ड सूफी फोरम के चेयरमैन हज़रत सैय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछ

17 जनवरी 2023 मंगलवार नई दिल्ली,

ऑल इण्डिया उलमा व मशाईख बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम वर्ल्ड सूफी फोरम के चेयरमैन हज़रत सैय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने हाल ही में देश में मुसलमानों पर दिए गए एक बयान पर कहा कि बेशक हमारे मुल्क भारत में किसी भी शक्स की डरने की जरूरत नहीं है,देश सबका बराबर है और इसके विकास में , हिफाज़त में,और सम्मान को बढ़ाने में सबको अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना है।
उन्होंने कहा भारतीय मुसलमानों को सिर्फ किसी के द्वारा यह कहा जाना कि आपको डरने की जरूरत नहीं है मगर अपने इतिहास को याद नहीं रखना है यह एक तरह की बचकानी बात है,देश में नफरत के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए सबको अपना इतिहास हमेशा याद रखना चाहिए क्योंकि हम इतिहास से सीखते हैं अगर इतिहास भुलाया गया तो गलतियों की संभावनाएं बढ़ती है जिससे बड़ा नुकसान होता,विश्व में हजारों उदाहरण हैं जिसमें देखा गया है कि अपना इतिहास भूलने वालों का वर्तमान में कोई हिस्सा नहीं रहा।
वफादारी,बहादुरी,वतन परस्ती,इंसाफ,और जुल्म के खिलाफ खड़े होने का जज़्बा यह भारतीय मुसलमानों का इतिहास है अगर इसे न याद रखा जाए तो क्या नुकसान होगा इसे खुद समझा जा सकता है।भारतीय मुसलमानों का इतिहास सूफियों की मुहब्बत भरी तालीम है,मुहब्बत सबके लिए ,नफरत किसी से नहीं यह नारा इतिहास से वर्तमान तक हमारी रहनुमाई करता है इसे भूलने की सलाह देना कहां की बुद्धिमानी है।
हज़रत ने हाल में दरगाह अजमेर शरीफ में मसलकी विवाद पर कहा कि यह चंद लोगों की छेड़ी हुई फालतू बहस है खानकाहों में लोग मुहब्बत से आते हैं ,किसी भी तरह के कट्टरपंथ की यहां कोई जगह नहीं हो सकती ,लोगों को खानकाहों को ऐसे विवाद से दूर रखना चाहिए जहां का संदेश मुहब्बत है वहां किसी और तरह की बात बेइमानी है दरगाह परिसर में वहां की प्रबंधन समिति द्वारा जो कानून बनाए गए हैं तो उनका पालन करने में कोई बुराई नहीं ,वहां सबको कोशिश करनी चाहिए कि किसी भी प्रकार का कोई विवाद न हो और सुलतानुल हिंद की बारगाह से मुहब्बत का पैगाम जो हमेशा से जारी होता रहा है वही दिया जाए।

Source: https://muslimera.com/%E0%A4%87%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8-%E0%A4%AD%E0%A5%82%E0%A4%B2%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A5%8D/

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