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नौनिहालों की मौत निरंकुश अफसरशाही और भ्रष्टाचार का नतीजा : सय्यद मोहम्मद अशरफ

मुंबई :13 अगस्त गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में नौनिहालों की हुई मौतों पर एक सवाल के जवाब में आल इंडिया उलमा व मशाइख बोर्ड के संस्थापक व अध्

मुंबई :13 अगस्त गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में नौनिहालों की हुई मौतों पर एक सवाल के जवाब में आल इंडिया उलमा व मशाइख बोर्ड के संस्थापक व अध्यक्ष हज़रत सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने कहा यह निरंकुश अफसरशाही का नतीजा है वह मुंबई में एक कार्यक्रम में पहुंचे हुए थे जहाँ उन्होंने मीडिया द्वारा किये गए सवालों पर राज्य सरकार को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि सरकार में बैठे मंत्री और विधायक जितना वक़्त बेबुनियाद बयानबाज़ी में लगा रहे हैं अगर उसका आधा भी व्यवस्था सुधारने के लिए प्रयास करें तो अफसरशाही पर अंकुश लगाया जा सकता है .
हज़रत ने कहा आक्सिज़न की सप्लाई न होने की वजह बच्चों की मौतें हत्या हैं जिसका ज़िम्मेदार शासन और प्रशासन है और अब अपनी नाकामी और निकम्मेपन से बचने के लिए आधारहीन और निर्लज्ज बयानबाज़ी का जो सहारा लिया जा रहा है वह उससे भी ज्यादा शर्मनाक है .उन्होंने कहा सरकार को अपनी ज़िम्मेदारी से भागना नहीं चाहिए और सच्चाई को क़ुबूल करते हुए आने वाले समय में ऐसी कोई घटना न घटे इसका प्रबंध किया जाना चाहिए .
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को देशभक्ति की परीक्षा लेने से वक़्त नहीं है जो इस तरह की लापरवाही पर अंकुश लगाया जा सके अगर मदरसों के बजाये अस्पतालों में सी सी टीवी कैमरे लगा कर निगरानी किये जाने के निर्देश होते तो शायद कितनी माओं की गोदें सूनी होने से बच जाती हज़रत ने यह भी कहा कि मदरसों में हमेशा झंडा फहराया गया और राष्ट्रगीत गाया गया यह देश के सम्मान का विषय है जिसे सब करते हैं और सबको करना भी चाहिए सरकारी आदेश महज़ एक शिगूफा है .मदरसों के लिए दिया गया आदेश महज़ एक साजिश लगता है क्योंकि देश की आज़ादी में मदरसों ने जो भूमिका निभाई है उसे भुलाया नहीं जा सकता अल्लामा फज्लेहक खैराबादी ने अंग्रेजों के खिलाफ जिहाद का बिगुल फूंका तो मौलाना हसरत मोहानी ने मुल्क की सम्पूर्ण आज़ादी का नारा दिया और अपना सबकुछ निछावर किया दिल्ली की सरज़मीन पर २०००० से ज्यादा उलेमा को एक ही दिन फाँसी दी गयी यह सब आज़ादी के दीवाने थे और सब मदरसों से निकले थे .
हज़रत ने कहा मदरसों को पहले आतंक की नर्सरी कहा गया अब मदरसों पर इस तरह का आदेश देकर उनकी देशभक्ति पर प्रश्नचिन्ह लगाने का काम किया जा रहा है जबकि हर मदरसे में तिरंगा लहराया जाता है तो यह सिर्फ राजनीत के लिए किया जा रहा है जब भी मुल्क पर बात आई है हम सबसे पहले अपना सर लेकर मैदान में आयें हैं हमे देशभक्ति सीखने की ज़रूरत नहीं है .उन्होंने कहा कि अगर सरकार की नियत ठीक है तो आदेश सिर्फ मदरसों को क्यों बाक़ी संस्थानों को क्यों नहीं ?
हज़रत किछौछवी ने कहा जब तक निरंकुश अफसरशाही पर लगाम नहीं लगेगी व्यवस्था नहीं सुधरने वाली उन्होंने सरकार से सवाल किया कि आखिर क्यों लोकल ओक्सिज़न सप्लायेर की जगह सरकार बदलते ही लखनऊ की कंपनी को सप्लाई दी गयी और पहले की तुलना में अधिक रेट पर खराब गुणवत्ता की ओक्सिज़न ली गयी सरकार इस विषय पर बात क्यों नहीं कर रही ?दरअसल यह खुला भ्रष्टाचार का मामला लगता है.

BY: यूनुस मोहानी

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