पैगंबरे इस्लाम ने दुनिया से ज़ुल्म का खात्मा किया

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पैगंबरे इस्लाम ने दुनिया से ज़ुल्म का खात्मा किया

20 सितंबर 2024 , ढालीया बरोज़ जुमा बाद नमाजे ईशा गांव ढालीया में शाहे सिमनां इंतजा़मिया कमेटी की जानिब से एक अजी़मुश्शान शाने मुस्तफा कांफ्रेंस व

20 सितंबर 2024 , ढालीया

बरोज़ जुमा बाद नमाजे ईशा गांव ढालीया में शाहे सिमनां इंतजा़मिया कमेटी की जानिब से एक अजी़मुश्शान शाने मुस्तफा कांफ्रेंस व जश्ने दस्तारे किरात हुई। जिसमें खुसूसी मेहमान की हैसियत से शेखु़ल हिंद हुज़ूर अशरफे मिल्लत हज़रत अल्लामा मौलाना सय्यद शाह मोहम्मद अशरफ मिया साहब किब्ला तशरीफ लाए। हज़रत की नसीहत आमेज़ बयान को सुनने के लिए आवाम का ठाठे मारता हुआ समंदर उमड़ आया। प्रोग्राम के दरमियान मदरसा इस्लामिया अशरफिया के 7 बच्चों को हज़रत के मुकद्दस हाथों से दस्तारे किरात से भी नवाजा़ गया।
हज़रत ने फरमाया कि पैगम्बरे इस्लाम ﷺ ने दुनिया से जिहालत और ज़ुल्म का खा़त्मा फरमाकर दुनिया में इल्म की रोशनी और अदल व इंसाफ कायम फरमाया। सहाबा ए किराम ने पैगंबर इस्लाम हज़रत मुहम्मद मुस्तफा ﷺ से दीन की सही तालीम हासिल की और उसी तलीम को दुनिया भर में फैलाया। हज़रत ने दीनी तालीम को हासिल करने पर जो़र दिया और ख़ास तौर पर बच्चियों की तालीम पर रोशनी डालते हुए फरमाया कि जब एक बच्ची सही मानो में दीनी तालीम हासिल कर लेती है तो उसकी तालीम का असर पूरे समाज पर होता।हज़रत ने लोगो को अपनी बच्चियों को दीनी तालीम हासिल करने का हुक्म दिया।

हज़रत ने नशे के खि़लाफ भी लोगो को एक एकजुट होकर इसे जड़ से ख़त्म करने का हुकम दिया। फरमाया कि नशा दुनिया और आखि़रत दोनों बरबाद कर देता है। लिहाज़ा अपने बच्चों पर शुरू से ही कड़ी नज़र रखनी चाहिए। आज नशे से कितनों की जवानी का सूरज डूब गया। प्रोग्राम के आख़िर में कसीर तादाद में लोग मुरीद हुए। सलात व सलाम और खुसूसी दुआ पर प्रोग्राम खत्म हुआ।
इस मौके पर इलाक़े के उलमा ए किराम व अइम्मा ए किराम तशरीफ लाए।

जिनमें खास तौर और हज़रत सय्यद राशिद अशरफ साहब किब्ला , हज़रत मौलाना सय्यद मुहम्मद राशिद अनवर शम्सी साहब , हज़रत अल्लामा कारी अबुल फतह साहब किब्ला नईमी अशरफी , कारी मकसूद आलम साहब नईमी , मौलाना फैज मुहम्मद साहब , मौलाना अशफाक साहब , मौलाना दीन मोहम्मद साहब , हाफिज़ आफताब आलम साहब , मौलाना मुहम्मद रफ़ी , मौलाना मुराद अली , साहब मौजूद रहे वगैरह।
अनवर जामई
दारुल उलूम अहले सुन्नत इस्लामिया हनफिया
हनुमान गढ़ राज.

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