6 नवंबर 2024 बुधवार नई दिल्ली ऑल इंडिया उलमा व मशाईख़ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वर्ल्ड सूफ़ी फ़ोरम के चेयरमैन हज़रत सैय्यद मोहम्मद अशरफ ने समा
6 नवंबर 2024 बुधवार नई दिल्ली
ऑल इंडिया उलमा व मशाईख़ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वर्ल्ड सूफ़ी फ़ोरम के चेयरमैन हज़रत सैय्यद मोहम्मद अशरफ ने समाजवादी पार्टी के संभल से सांसद ज़ियाउर्रहमान बर्क़ को नसीहत देते हुए कहा है कि दरगाहों पर आने से किसी को रोका नहीं जा सकता इसलिए सोच समझ कर बोले, ज़ियाउर्रहमान बर्क़ ने कल कहा था कि अगर कुंभ में मुसलमान नहीं जा सकते तो हम दरगाहों पर भी किसी को आने नहीं देंगे उनका यह बयान बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री के कुंभ में मुसलमानों के प्रवेश पर पाबन्दी लगाये जाने की बात कहने पर आया ।
हज़रत ने कहा धीरेंद्र शास्त्री ने अपनी समझ के हिसाब से बात कही है लेकिन सांसद महोदय को समझना चाहिए कि सूफ़ियों की दरगाहें सबके लिए हैं किसी मज़हब के लोगों को यहाँ आने से रोका नहीं जा सकता क्योंकि यहाँ का संदेश स्पष्ट है “नफ़रत किसी से नहीं मुहब्बत सबके लिए ” हम सांसद के इस बयान को निंदनीय मानते हैं और उन्हें नसीहत करते हैं कि नफ़रत का जवाब कभी नफ़रत नहीं होता दरवेशों के यहाँ सिर्फ़ मुहब्बत की बात होती है और खानकाहों के आँगन में दुख देखा जाता है मज़हब या ज़ात पात नहीं !
धीरेंद्र शास्त्री नफ़रत की ज़ुबान बोल रहे हैं तो वह देश हित में नहीं है उन्होंने कहा मुल्क में जो लोग नफ़रत बो रहे हैं वह देशद्रोही हैं क्योंकि अमन के दुश्मन देशप्रेमी नहीं हो सकते आग लगाने वाले कभी भी देश का भला नहीं कर सकते यह लोगों को समझना होगा । हज़रत ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री जब संगम को देख संदेश नहीं समझ सकते तो उनकी समझ पर शक होता है संगम में तीन नदियों का पानी एक जगह मिलक़र एक रंग होता है और तभी यह संगम कहलाता है सिर्फ़ एक नदी कभी संगम नहीं बना सकती इस बात का ज्ञान उन्हें जब होगा तो उनकी बोली बदलेगी !!
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