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अफवाहें आग लगा रही हैं और नफरत जानें ले रही हैं : सय्यद मोहम्मद अशरफ

15 जुलाई/ खुंजा राजस्थान अफवाहें आग लगा रही हैं और नफरत जाने ले रही है, यह बात एक जलसे को खिताब करते हुए वर्ल्ड सूफी फोरम एवम आल इंडिया उलमा व मशाइख़

15 जुलाई/ खुंजा राजस्थान

अफवाहें आग लगा रही हैं और नफरत जाने ले रही है, यह बात एक जलसे को खिताब करते हुए वर्ल्ड सूफी फोरम एवम आल इंडिया उलमा व मशाइख़ बोर्ड के संस्थापक अध्यक्ष हज़रत सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने कही, उन्होंने कर्नाटक में गूगल के इंजीनियर मोहम्मद आज़म की एक अफवाह के चलते भीड़ के ज़रिए हत्या पर बोलते हुए कहा कि मुल्क खतरनाक दौर से गुज़र रहा है, सोशल मीडिया जहां एक ताक़तवर ज़रिया है अपनी बात रखने का, नफरत के सौदागरों ने उसे हथियार बना लिया है।
उन्होंने कहा कि अब वक़्त अा गया है सरकार को फौरन कोई ऐसा तरीका अपनाना होगा जिससे यह प्लेटफार्म भी बच जाए और वैचारिक आतंकी इसे अपना हथियार भी न बना सके।हज़रत ने कहा, बच्चा चोरी के इल्जाम में एक पढ़े लिखे इंसान को वहशी भीड़ मार देती है, यह कैसा समाज हमने बना दिया है, क्या यही विकास का मॉडल है ?

हज़रत ने कहा कि क़ुरआन में अल्लाह ने फरमाया कि" ईमान वालों जब तुम्हारे पास कोई खबर आए तो उसकी खूब तहक़ीक़ कर लिया करो "लिहाजा यही उसूल है कि किसी बात को मान लेने से पहले उसकी तहकीक ज़रूरी है आज लोग बिना तहक़ीक़ के हर बात को सच मान कर नफरत की आग में बेगुनाहों की जान लेने पर तुले हैं।

उन्होंने कहा, कहीं दलित, कहीं मुस्लिम कहीं महिलाएं नफरत का शिकार हो रही हैं,ऐसे में हुकूमत की ज़िम्मेदारी बनती है कि वह ऐसे इंतज़ाम करे जिससे वैचारिक आतंकी कामयाब न होने पाए, हज़रत ने शदीद ग़म और ग़ुस्से का इजहार करते हुए कहा कि एक तरफ पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में ज़हरीली सोच के मालिक बम धमाके कर बेगुनाहों की जान ले रहे हैं, और हमारे मुल्क में अफवाह को बम की शक्ल में इस्तेमाल कर बेगुनाहों की जान ली जा रही है, हम इसकी सख्त मज़म्मत करते हैं और अहले अमन से अपील करते हैं कि लामबंद होकर नफरत की आंधियों के खिलाफ खड़े हो जाइए, मोहब्बत के चिराग का मुहाफिज़ खुदा है।

By: यूनुस मोहानी

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