16 मार्च / हनुमानगढ़ अल्लाह के हुक्म के पाबंद हो जाओ सड़कों पर आंदोलन नहीं करने पड़ेंगे" यह बात वर्ल्ड सूफी फोरम और आल इन्डिया उलमा व माशाइख बोर्ड के
16 मार्च / हनुमानगढ़
अल्लाह के हुक्म के पाबंद हो जाओ सड़कों पर आंदोलन नहीं करने पड़ेंगे” यह बात वर्ल्ड सूफी फोरम और आल इन्डिया उलमा व माशाइख बोर्ड के संस्थापक, अध्यक्ष हज़रत सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने कही।
हज़रत ने कहा कि मौजूदा वक़्त में देश में जिस तरह तीन तलाक़ को लेकर जो मामला चल रहा है और हर तरफ से शरीयत बचाने की आवाज़ लग रही है उनसे पूछा जाना चाहिए कि शरीयत हमें बचाने के लिए है या हम शरीयत को बचा सकते हैं, उन्होंने कहा शरीयत अमल करने की चीज है उस पर अमल कीजिए आपको सड़कों पर उतरना नहीं पड़ेगा ।
उन्होंने कहा कि हमारे नबी रहमते आलम सल्लल्लहू अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया कि निकाह को आसान कर दो हमने उसे मुश्किल कर दिया है आज एक लड़की का बाप हर वक़्त फिक्र में है कि कैसे अपनी बेटी का निकाह करे, दहेज की लानत को हमने अपने ऊपर लाद लिया है, हमें हुक्म है कि निकाह आसान कर दो ताकि ज़िना मुश्किल हो जाए हमने उसका उल्टा किया तो अब सवाल यह है कि क्या ऐसे शरीयत बचेगी ?
हज़रत ने कहा कि निकाह इस तरह मुश्किल हो गया है कि एक ज़िंदगी गरीब बाप को कम लगने लगी है और जिस चीज को अल्लाह और उसके रसूल ने सबसे ज़्यादा ना पसंद किया उसे इस क़दर आसान कर दिया कि एक लम्हे में रिश्ता ख़तम कर दिया जाता है, इस बात का ख्याल भी नहीं कि वह खातून तुम्हारे बच्चो की मां है,आखिर क्या होगा उस औरत का ?
उन्होंने साफ कहा कि अल्लाह के हुक्म के पाबंद हो जाओ, निकाह को आसान करो दहेज की लानत से बचो और जिस चीज को अल्लाह और उसके रसूल पसंद नहीं करते उसके करीब भी मत जाओ खुद बखुद आसानियां हो जाएंगी और सड़कों पर यह आन्दोलन नहीं करने होंगे।
By: यूनुस मोहानी
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