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मंदिर मस्जिद तलाक नहीं ,समस्या है अशिक्षा बेरोज़गारी और गरीबी : सय्यद मोहम्मद अशरफ

12 मार्च /उदयपुर मंदिर, मस्जिद तलाक़ नहीं समस्या है अशिक्षा बेरोज़गारी और गरीबी: यह विचार वर्ल्ड सूफी फोरम और आल इंडिया उलमा व माशाइख़ बोर्ड के संस्थापक

12 मार्च /उदयपुर
मंदिर, मस्जिद तलाक़ नहीं समस्या है अशिक्षा बेरोज़गारी और गरीबी: यह विचार वर्ल्ड सूफी फोरम और आल इंडिया उलमा व माशाइख़ बोर्ड के संस्थापक अध्यक्ष हज़रत सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने उदयपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए रखे.
उन्होंने कहा कि मुल्क में रहने वाले मुसलमानों में सबसे कम तलाक होता है, ऐसा अब तक किये गए तमाम सर्वे बताते हैं तो फिर यह राष्ट्रीय समस्या नहीं हो सकती लेकिन मुसलमानों को भी अपने आप में सुधार करना होगा सिर्फ शरियत बचाने का नारा लगाने से कुछ नहीं होगा बल्कि शरियत को जानकर उसपर अमल करना होगा यह तलाक का मुद्दा ही खतम हो जायेगा. अभी लोग अपनी अज्ञानता के चलते कई बार गलती कर रहे हैं जिसे नहीं किया जाना चाहिए.
हज़रत ने कहा कि इसी तरह मंदिर और मस्जिद भी कोई समस्या नहीं है मामला कोर्ट में है जो फैसला आएगा हो जायेगा इसको लेकर भी देश में कोई हंगामा नहीं होना चाहिए और न ही लोगों का वक़्त इस मुद्दे पर बर्बाद किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, देश की सबसे बड़ी परेशानी बेरोजगार नौजवानों की बढती हुई फ़ौज है जो निरंतर अवसाद में ग्रस्त होती जा रही है, सरकार को इसकी फ़िक्र करनी चाहिए, यदि इस पर जल्दी गंभीरता से विचार नहीं किया गया तो देश का बड़ा नुक्सान होगा.
अशिक्षा एक गंभीर मुद्दा है जहाँ सर्व शिक्षा अभियान पर इतना पैसा ख़र्च हो रहा है, वहीँ इसका कोई प्रभाव नहीं दिख रहा, लोगों को सही शिक्षा मिले इसका प्रबंध किया जाए और गरीबों के हित में काम किया जाए, शिक्षित लोग रोज़गार प्राप्त करेंगे तो गरीबी खुद बखुद खतम हो जाएगी, इसपर ध्यान दिया जाना चाहिए.
हज़रत यहाँ अपने एक दिवसीय दौरे पर आए हुए थे, इस अवसर पर उन्होंने इस्लाम के पहले खलीफा का ज़िक्र करते हुए बताया कि आज हज़रत अबु बकर सिद्दीक़ रज़ी अल्लाहु अन्हू के विसाल का दिन है, उनकी सीरत पर प्रकाश डालते हुए हज़रत ने कहा कि हमें अपने नबी से वैसे मोहब्बत करनी चाहिए जैसे हज़रत अबु बकर सिद्दीक़ रज़ी अल्लाहु अन्हू ने की.

By : यूनुस मोहानी

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