28 अप्रैल /लखनऊ
मुल्क को नए अफसर नयी ऊँचाइयों पर ले जायेंगे, यह बात वर्ल्ड सूफी फोरम और आल इंडिया उलमा व मशाइख बोर्ड के संस्थापक अध्यक्ष हज़रत सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने सिविल सर्विसेज़ में कामयाब होने वाले प्रतिभागियों को मुबारकबाद देते हुए कही उन्होंने कहा उम्मीद है यह नये अफसर देश से भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए नयी जंग छेड़ेंगे .
उन्होंने कहा कि लोगों को इन बच्चों से प्रेरणा लेनी चाहिए जिन्होंने मुश्किल हालात में भी अपने लक्ष्य को भेदा है और साथ ही मुबारकबाद के पात्र हैं वह लोग जिन्होंने इनकी मदद की है .हज़रत ने कहा कि मुसलमानों में भी बेदारी आई है और 51 बच्चों का सलेक्शन हुआ है जो ख़ुशी की बात है,उन्होंने कहा कि मेहनत रंग ज़रूर लाती है.
हज़रत ने कहा कि इस सिलसिले को तेज़ी से आगे बढाया जाना चाहिए और मुस्लिम नौजवानों के लिए मदरसों में भी सिविल सर्विसेज़ कोचिंग का निजाम होना चाहिए ताकि ज़कात और इमदाद का सही इस्तेमाल करते हुए समाज में ऐसे अफराद तैयार किये जाएँ जो मुल्क और मिल्लत दोनों की तरक्की में अपना योगदान दें .
उन्होंने सभी प्रतिभागियों के बेहतर जीवन की कामना करते हुए कहा कि देश को इन प्रतिभाओं का पूरा फायदा तब मिलेगा जब यह सब ईमानदारी से अपने कामों को अंजाम देंगे और हम ऎसी उम्मीद करते हैं अपनी युवा पीढ़ी से.
By: यूनुस मोहानी
कोलकाता/5 मार्च
“नफरत की ज़बान से मुल्क का नुकसान” यह विचार एक कार्यक्रम में बोलते हुए आल इंडिया उलेमा व मशायख बोर्ड एवं वर्ल्ड सूफी फोरम के अध्यक्ष हज़रत सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने रखे.
हज़रत ने कहा इबादतगाहों के लिए इंसानी खून को बहाने की बात करना मूर्खता है,क्योंकि इश्वर की आराधना के लिये बेगुनाहों का खून बहा देना धर्म नहीं हो सकता इसलिए देश के लोगों को सावधान होना चाहिए क्योंकि नफरत से किसी चीज़ का हल नहीं निकल सकता .
सूफी संतो ने हमेशा मोहब्बत का पैगाम दिया है उन्होंने कहा कि सीरिया के लोगों की जो दुर्दशा है उसकी कहानी भर सुन लेने से रूह काँप जाती है अगर भारत में कोई इस तरह की बात कर रहा है तो वह देश का भला नहीं कर रहा .
अमन वाले सभी लोगों को देश के लिए एक जगह आकर नफरतों की आग को बुझाना होगा और यह मोहब्बत के सिवा संभव नहीं है .हिंसा से कुछ हासिल नहीं किया जा सकता हाँ देश और दुनिया में सिर्फ तबाही हो रही है .क्योंकि कभी आग को आग से नहीं बुझाया जाता.
हज़रत ने कहा कि मुसलमानों को ख़ास तौर पर अफवाहों से बचना चाहिए क्योंकि अफवाहों से लोगों में गुस्सा भरने के प्रयास भी किये जा रहे हैं .
By: Yunus Mohani
जबलपुर/23 जनवरी ,मुसलमान मुल्क के वफादार, मुल्क को नुक्सान पहुंचाने वाले नहीं “ यह बात आल इंडिया उलेमा व मशायख बोर्ड के संस्थापक अध्यक्ष हज़रत सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने जबलपुर में एक जलसे को संबोधित करते हुए कही .उन्होंने कहा कि जब भी मुल्क को कुर्बानियों कि ज़रूरत पड़ी है मुसलमान सबसे आगे निकल कर आये हैं .चाहे वह मुल्क की आज़ादी कि लडाई रही हो या दुश्मन से लोहा लेने का मौक़ा और आज भी वही जज्बा है.
हजरत ने मुल्क में मौजूदा दौर में जिस तरह के हाल बने हुए हैं उसपर कहा कि लोगों को मुल्क के सम्मान का ख्याल रखना चाहिए अदालतों के फैसले के खिलाफ जिस तरह लोग सड़कों पर उतर कर हिंसा कर रहे हैं वह ठीक नहीं है .
उन्होंने कहा कि आल इंडिया उलेमा व मशायख बोर्ड 25 जनवरी को पुरे हिन्दोस्तान में “हम हिन्दोस्तानी” (We The INDIAN’S) नाम से कार्यक्रम आयोजित कर रहा है जिसका उद्देश्य लोगों में संविधान के प्रति और अधिक भरोसा पैदा करना है साथ ही अपनी गंगा जमुनी तहजीब को बढ़ावा देना एवं लोकतान्त्रिक प्रणाली को और अधिक मज़बूत करते हुए जनमानस का भरोसा मज़बूत करना है .उन्होंने सभी से इस कार्यक्रम में अपने अपने शहरों में सम्मिलित होने की बात कही.
हज़रत किछौछवी ने कहा कि सबको चाहिए कि मुल्क की तरक्की में अपना भरपूर योगदान दें और नफरत की हवा को थाम दे ताकि मोहब्बत की खुशबू से अपना चमन महक उठे.
By: यूनुस मोहानी
नई दिल्ली/7 नवम्बर,
वहशी लोग मुल्क जलाना चाहते हैं होशियार रहिए, यह बात आल इंडिया उलमा व मशाईख़ बोर्ड के संस्थापक अध्यक्ष हज़रत सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने मीडिया से राजस्थान में एक इंसान की बेरहमी से हत्या के बाद वीडियो जारी होने पर कहीं, इस वीडियो में एक वहशी दरिंदा एक इंसान को कुदाल से बेरहमी से मार कर उसको जला देता है और फिर वीडियो में सांप्रदायिक हिंसा फैलाने वाली टिप्पणी करता दिखाई दे रहा है।
हज़रत ने कहा, नफरत की तेज हवा मोहब्बत के चिराग बुझाने पर तुली है, लोग मुल्क के अमन को तबाह करना चाहते हैं, इसलिए सभी को होशियार रहना चाहिये, अगर हम वक़्त रहते नहीं संभले तो विनाश निश्चित है। उन्होंने कहा, इबादतगाहों से ज़्यादा ज़रूरी इंसानियत को बचाना है, अगर इंसानियत मर गई तो इबादतगाहों में इबादत दरिंदे नहीं करते, वह सिर्फ फसाद फैलाते है।
हज़रत किछौछवी ने कहा, मजहब आदमी को इंसान बनाता है अगर कोई मजहब के नाम पर दरिंदगी कर रहा है, खून बहा रहा है तो समझ लेना चाहिए कि यह मजहब के नाम पर धोखा दे रहा है और ऐसे धोखेबाजों से सावधान रहना होगा क्योंकि मजहब मोहब्बत सिखाता है नफरत नहीं। उन्होंने सरकार से इस प्रकार की घटनाओं से सख्ती से निपटने की मांग की ताकि लोग अमन के साथ देश के विकास में अपना योगदान दे सकें।
By: यूनुस मोहानी