25 मार्च 2025 मंगलवार ,नई दिल्ली ऑल इंडिया उलमा व मशाईख बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वर्ल्ड सूफी फोरम के चेयरमैन हज़रत सैय्यद मोहम्मद अशरफ़ किछ
25 मार्च 2025 मंगलवार ,नई दिल्ली ऑल इंडिया उलमा व मशाईख बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वर्ल्ड सूफी फोरम के चेयरमैन हज़रत सैय्यद मोहम्मद अशरफ़ किछौछवी ने आज कर्नाटक में मुस्लिम आरक्षण पर हो रहे बवाल पर एक बयान जारी कर कहा कि मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए संविधान में किसी तरह के बदलाव की ज़रूरत नहीं है बल्कि उसे पूरी तरह लागू करने की ज़रूरत है ।
उन्होंने कहा कि संविधान ने शोषित समाज को बिना धर्म को आधार बनाये आरक्षण दिए जाने का प्रावधान किया और संविधान के अनुच्छेद को 341 में इसे लिखा गया लेकिन इसपर एक असंवैधानिक प्रतिबंध लगा कर मुसलमानों और ईसाइयों को इससे पिछले 75 सालों से वंचित रखा गया है अब ज़रूरत है कि इसपर काम किया जाये ,जो भी दल मुसलमानों की हमदर्दी की बात करते हैं या पसमांदा मुसलमानों पर ज़्यादा मेहरबानी का दावा कर रहे हैं उन्हें सबसे पहले इस असंवैधानिक प्रतिबंध को हटा देना चाहिये और संविधान को पूर्ण रूप से लागू कर देना चाहिए ऐसा करने से यह फ़िज़ूल विवाद ख़ुद ख़त्म हो जायेंगे ।उन्होंने यह बात कर्नाटक के कांग्रेस नेता डी शिवकुमार के उस बयान पर कही जिसमें उन्होंने मुसलमानों को कर्नाटक में आरक्षण पर चल रहे विवाद पर कहा था कि अगर मुस्लिम आरक्षण के लिए संविधान भी बदलना पड़ा तो बदलेंगे ।
हज़रत ने वक़्फ़ संशोधन बिल पर साफ़ शब्दों में कहा कि सरकार का यह फ़ैसला ग़लत है देश की दूसरी सबसे बड़ी आबादी के साथ यह अन्याय की तरह है लिहाजा संसद में सभी देशभक्त सांसदो को इसका विरोध करना चाहिए और इस बिल को पास नहीं होने देना चाहिए उन्होंने इसके साथ कहा कि खासतौर से देश में जिस तरह नफ़रती लोग मुसलमानों के ख़िलाफ़ माहौल बना रहे हैं और उन्हें सत्ता का समर्थन मिल रहा है यह स्थिति चिंताजनक है ।
हज़रत ने संभल मामले पर कहा कि जिस तरह पुलिस के अधिकारी बयानबहादुर बने हैं उससे कहीं न कहीं लोगों में बड़े पैमाने पर अविश्वास पनप रहा है । नागपुर से लेकर दिल्ली तक महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोग जिस तरह की बोली बोल रहे हैं और न्यायपालिका में बैठे कुछ लोग जैसे फैसले सुना रहे हैं उसने न्यायपालिका को भी प्रभावित किया है ।
हजरत ने साफ़ शब्दों में सरकार को चेताते हुए कहा कि यदि देश के एक बड़े वर्ग का विश्वास डिगता है तो विदेशी ताकतों को बल मिल सकता है और वह अपनी घिनौनी साजिशों में कामयाब हो सकती हैं । पूरी दुनिया की नज़र इस समय भारत की और है ऐसे में अपनी गलती से हम दुश्मनों को मौक़ा दे सकते हैं !
भारत से प्रेम करने वाले सभी लोगों को इस बात को समझना होगा कि यदि लोगों का भरोसा न्यायपालिका और कार्यपालिका के रवैये से टूटा तो हम देश को अस्थिर करने के सब गुनहगार होंगे और पूरे देश को एक नफ़रत की आग में झोंक देंगे इसलिए सबको साथ मिलकर इस बढ़ती हुई आग को शांत करना होगा ताकि हमारा देश सुरक्षित रहे और विश्व गुरु बनकर बाक़ी देशों के लिए उदाहरण प्रस्तुत करे ।
हज़रत ने कहा कि रमजान का पवित्र महीना चल रहा है और यह आख़िरी अशरा है मुसलमान संयमित रहें और लोगों की मदद करें ,ज़कात को सही हाथों तक पहुँचाने की ज़िम्मेदारी को बखूबी निभायें ताकि इसके असल मकसद तक पहुँच सकें साथ ही ईद के मौक़े पर ख़ास एहतियात बरतने की सलाह देते हुए हज़रत ने कहा कि ईद की ख़ुशिया अपने सभी हमवतन भाइयों में बाँटें और सब्र का दामन न छोड़े ईद के दिन किसी बहकावे में आकर किसी तरह के विरोध प्रदर्शन में शामिल न हों क्योंकि यह आपके ख़िलाफ़ साज़िश होगी इसे समझने की ज़रूरत है । नाइंसाफ़ी के ख़िलाफ़ एकजुट होकर खड़े होने की ज़रूरत है और अपने हमवतन भाइयों को साथ लेकर आगे बढ़ने की ज़रूरत है जिसके लिए ख़ास तर्बियती प्रोग्राम चलाया जाना चाहिए क्योंकि बिना डिस्प्लिन और ग़लत तरीक़े से किया गया काम नुक़सान ज़्यादा करता है लिहाज़ा जज़्बात की जगह होश से काम लें इसे बुज़दिली नहीं हिकमत कहते हैं और यह दीन सिखाता है ।
हज़रत ने सबको ईद की पेशगी मुबारकबाद पेश करते हुए मक्का में अमन व अमान की दुआ की ।
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