सुधार के नाम पर लूट मंज़ूर नहीं – सैय्यद अशरफ़

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सुधार के नाम पर लूट मंज़ूर नहीं – सैय्यद अशरफ़

वक़्फ़ एक्ट में संशोधन पर गहरी नाराज़गी का इज़हार 8 अगस्त 2024 गुरुवार नई दिल्ली आल इंडिया उलमा व मशाईख़ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वर्ल्ड सूफ

वक़्फ़ एक्ट में संशोधन पर गहरी नाराज़गी का इज़हार
8 अगस्त 2024 गुरुवार नई दिल्ली
आल इंडिया उलमा व मशाईख़ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वर्ल्ड सूफ़ी फ़ोरम के चेयरमैन हज़रत सैय्यद मुहम्मद अशरफ़ किछौछवी ने भारत सरकार द्वारा वक़्फ़ संशोधन विधेयक पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम सुधार के नाम पर लूट को बर्दाश्त नहीं करेंगे , उन्होंने कहा यह सीधे तौर से मुसलमानों की संपत्ति की बड़े उद्योगतियों व रुसूखदारों को लूट का परवाना देने जैसा है वहीं इस नये अधिनियम से देश के भाईचारे पर भी बुरा असर पड़ेगा ।
उन्होंने कहा वक़्फ़ विशुद्ध रूप से मुसलमानों का मामला है उसमें किसी और को शामिल करने का क्या उद्देश्य है ? आख़िर वक़्फ़ बोर्ड में ग़ैर मुस्लिम का क्या काम ठीक उसी तरह जैसे मंदिर के न्यास में मुसलमानों का दख़ल क्यों ?
आख़िर ज़िलाधिकारी को सारी शक्तियाँ देने का क्या औचित्य है आख़िर ज़िलाधिकारी किस प्रकार तय कर सकता है कि उक्त संपत्ति वक़्फ़ संपत्ति है कि नहीं ?
उन्होंने कहा कि अक्सर वक़्फ़ मौखिक है जिसमें अधिकतर मस्जिद है जोकि इस नये बदलाव के बाद वक़्फ़ संपत्ति नहीं रह जायेंगी जिसके बाद पूरे देश में भूमाफिया और नफ़रत के सौदागर देश के माहौल को ख़राब करेंगे और एक अराजकता की स्थिति पैदा करेंगे ।
वक़्फ़ एक्ट में इस तरह का बदलाव सीधे तौर पर वक़्फ़ संपत्तियों की खुली लूट की और बढ़ाया गया क़दम लगता है जिसको किसी भी क़ीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता सरकार को इसपर पुनर्विचार करना चाहिए और इस संशोधन को वापस लेना चाहिए ।

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