26 जनवरी, नई दिल्ली इस बार कोरोना महामारी के कारण गणत्रंत्र दिवस बोर्ड के सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मनाया गया जिसमें बोर्ड एग्जीक्यूटिव सदस्य हज़रत सय्
26 जनवरी, नई दिल्ली
इस बार कोरोना महामारी के कारण गणत्रंत्र दिवस बोर्ड के सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मनाया गया जिसमें बोर्ड एग्जीक्यूटिव सदस्य हज़रत सय्यद तनवीर हाश्मी, हज़रत सय्यद अम्मार अहमद नय्यर मियाँ, हज़रत सय्यद आलमगीर मियां, हज़रत सय्यद सलमान चिश्ती, हज़रत सय्यद फरीद अहमद निज़ामी के अलावा जनाब यूनुस मोहानी ने अवाम को संबोधित किया. प्रोग्राम का संचालन मुख़्तार अशरफ ने किया.
आल इंडिया उलमा व मशाइख़ बोर्ड के अध्यक्ष एवं वर्ल्ड सूफी फ़ोरम के चेयरमैन हज़रत सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने सभी देशवासियों को 72 वां गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आज देश में देश भक्ति का सैलाब आया है जिसने दुनिया को संदेश दिया है कि भारत का भविष्य बहुत सुनहरा है।
उन्होंने लोगों को शिक्षा के लिए आंदोलन चलाने की बात कही, उन्होंने कहा कि सभी को इस ओर ध्यान देना है और लोगों को जिनके पास पैसे हैं, जो अपने बच्चों को पढ़ाने के अलावा दूसरे बच्चे की फीस जमा कर सकता है वह करे, जो दो बच्चों की फीस भर सकता है भरे और जो 4 बच्चे पढ़ा सकता है पढ़ाए क्योंकि मुल्क और समाज की तरक्की शिक्षा से ही होगी।
हज़रत ने कहा कि लोगों को हिंसा से अराजकता से बिल्कुल बचते हुए लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखनी चाहिए,हमें ख्याल रखना चाहिए कि किसी भी हालत में देश का नुक़सान न होने पाए, यह खुशी की बात है कि लोगों में जिस तरह का ज़ज़्बा अपने संविधान और देश के लिए देखा जा रहा है, जो बताता है कि मुल्क का भविष्य सुनहरा है और किसी भी विदेशी ताकत में यह ताकत नहीं है कि वह हमारे इस चमन को बांट पाए।
आज हर हाथ में तिरंगा है, हर ज़ुबान पर संविधान यह भारत की ताकत को दर्शाता है कि भले हज़ार असहमतियां हों लेकिन देश की बात आएगी हमारे तिरंगे के सम्मान की बात आएगी तो हम एकजुट हैं, सरकार और जनता के बीच खींचतान तो लोकतंत्र की खूबसूरती है लेकिन इसमें हिंसा का कोई स्थान नहीं है, सभी को गणतंत्र दिवस की बधाई और यह अपील भी कि इस चमन को आग से बचा कर रखना है ताकि यह फूल खूब खिले, खूब महके, वतन में हमेशा फसले बाहर रहे।
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